दिल मेरा टूटा उसी पर घात हो गई
कोई पूछे हमसे के क्या बात हो गई
दिल मेरा टूटा उसी पर घात हो गई
घाटी में हो गई मौत बेगुनाहों की सभी
अय खुदा ये कैसी वहाँ कयानात हो गई
गेंशूँओं में तेरे ही उलझे इस कदर
हमें न होश रहा दिन हुआ के रात हो गई
गुलजार हो गई महफ़िल आपके आने से
उफ् ये अदा आपकी और कायनात हो गई
लबो से लबो की बात कोई हुई ना कभी
बस आँखों ही आँखों में दिल की बात हो गई
आँखों ही आँखों में गुज़र जाती ये रात
कँवल की तो तन्हा सी हर रात हो गई
बबीता अग्रवाल #कँवल