दिल में आग , जिद और हौसला बुलंद,
दिल में आग , जिद और हौसला बुलंद,
उजला उजला उसका वेश होना चाहिए !
रात चाहें अंधेरों के आलम से गुजरी हो
सुबह सुबह सूरज सा तेज होना चाहिए !!
कवि दीपक सरल
दिल में आग , जिद और हौसला बुलंद,
उजला उजला उसका वेश होना चाहिए !
रात चाहें अंधेरों के आलम से गुजरी हो
सुबह सुबह सूरज सा तेज होना चाहिए !!
कवि दीपक सरल