Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2017 · 1 min read

*** दिल को कह दो ***

रिश्ते बनाने से नही बनते

लोग ख़ुद है अपने बनते

रूह का साथ गर् हो तो

रिश्ते बोझ नहीं बनते ।।

?मधुप बैरागी

दिल को कह दो दर्द ना दे अब मुझको

मैं अब थका-हारा ना दे ग़म मुझको

ना चाहिए मुझको उनके गम का सहारा

अब दिल आसरा-बेआसरा कर दे मुझको ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
विश्ववाद
विश्ववाद
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
***कृष्णा ***
***कृष्णा ***
Kavita Chouhan
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
Anil chobisa
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
*जाने कैसा रंग था, मुख पर ढेर गुलाल (हास्य कुंडलिया)*
*जाने कैसा रंग था, मुख पर ढेर गुलाल (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मिली उर्वशी अप्सरा,
मिली उर्वशी अप्सरा,
लक्ष्मी सिंह
चार यार
चार यार
Bodhisatva kastooriya
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
Rajesh vyas
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
Suryakant Dwivedi
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मित्रता दिवस पर विशेष
मित्रता दिवस पर विशेष
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
ये पीढ कैसी ;
ये पीढ कैसी ;
Dr.Pratibha Prakash
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
DrLakshman Jha Parimal
मेरा होकर मिलो
मेरा होकर मिलो
Mahetaru madhukar
कट गई शाखें, कट गए पेड़
कट गई शाखें, कट गए पेड़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
(6)
(6)
Dr fauzia Naseem shad
हिंदुस्तान जिंदाबाद
हिंदुस्तान जिंदाबाद
Mahmood Alam
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
शेखर सिंह
फिलिस्तीन इजराइल युद्ध
फिलिस्तीन इजराइल युद्ध
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कभी कभी खामोशी भी बहुत सवालों का जवाब होती हे !
कभी कभी खामोशी भी बहुत सवालों का जवाब होती हे !
Ranjeet kumar patre
बाल कविता: मूंगफली
बाल कविता: मूंगफली
Rajesh Kumar Arjun
दोनों हाथों से दुआएं दीजिए
दोनों हाथों से दुआएं दीजिए
Harminder Kaur
"मुकाबिल"
Dr. Kishan tandon kranti
क्यों प्यार है तुमसे इतना
क्यों प्यार है तुमसे इतना
gurudeenverma198
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
Shyam Sundar Subramanian
करारा नोट
करारा नोट
Punam Pande
अरे मुंतशिर ! तेरा वजूद तो है ,
अरे मुंतशिर ! तेरा वजूद तो है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुश्किल है कितना
मुश्किल है कितना
Swami Ganganiya
तिरंगे के तीन रंग , हैं हमारी शान
तिरंगे के तीन रंग , हैं हमारी शान
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...