दिल की सुनो
दिल की सुनो
दिल क्या चाहत हैं ……
जहां दिल रोता हो ,
वहां कभी न रहा करो ……
डिप्रेशन ज्यादा ही बढ़ जाता हैं !
कभी टूटता हैं ,
कभी बिखर जाता हैं ……
बिखरे दिल को समेटते समेटते ,
वर्षों लग जाते हैं उम्र ढल जाती हैं !
दिल की सुनो
दिल क्या चाहत हैं ……
जहां दिल रोता हो ,
वहां कभी न रहा करो ……
डिप्रेशन ज्यादा ही बढ़ जाता हैं !
कभी टूटता हैं ,
कभी बिखर जाता हैं ……
बिखरे दिल को समेटते समेटते ,
वर्षों लग जाते हैं उम्र ढल जाती हैं !