दिल की बातें
बातें तो बहुत करते हैं
सब पर
दिल की बातें कोई नहीं करता
इस दिल की ‘आह’ कोई नहीं
सुनता
इस दिल की ‘चाह’ कोई नहीं
समझता
किसी रिश्ते के बीच गर
दिल का बंधन न हो तो
वह रिश्ता ही क्या
खून के रिश्ते गर
पानी के रिश्ते हों तो
इनके होने का मतलब क्या
दिल से दिल की राह
ढूंढते ढूंढते ही
दिलवालों की जिन्दगी
गुजर जाती है
न कोई धड़कता दिल मिले
न कोई दिल के शहर की
गली और
न ही मंजिल
खुद का प्यार भरा
धड़कता दिल भी
किसी पल ठहर कर
कह दे
इस पत्थर दिल दुनिया को अलविदा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001