दिल -ए- ज़िंदा
दिल का एहसास बुज़ुर्ग को भी
जवाँ बना देता है ,
दिल से हारे जवाँ को भी
वक्त से पहले बूढ़ा बना देता है ,
ज़िंदादिली से जो जीते हैं ,
वक्त से कभी हार नही मानते ,
वक्त से हार मानने वाले तो ,
जीते जी मर जाते हैं।
दिल का एहसास बुज़ुर्ग को भी
जवाँ बना देता है ,
दिल से हारे जवाँ को भी
वक्त से पहले बूढ़ा बना देता है ,
ज़िंदादिली से जो जीते हैं ,
वक्त से कभी हार नही मानते ,
वक्त से हार मानने वाले तो ,
जीते जी मर जाते हैं।