अब तेरा इंतज़ार न रहा
दिल को तुम आज भी याद आते हो
मगर उसे अब तेरा इंतज़ार न रहा ।
प्यार तो करता है आज भी तुमसे यह दिल
मगर पहले वाला तुम पर इसे एतबार न रहा।
आज भी इन आँखो मे बसी हुई तेरी तस्वीर
मगर उस तस्वीर मे पहले जैसा खुमार न रहा।
कभी जो जलती थी तेरे लिए मेरे सिने मे जो प्यार की आग,
जलती आज भी है सिने मे मगर उसमे पहले वाला ज्वाला न रहा।
तड़प -तड़प कर शांत हो गई यह तेरे यहाँ चले जाने के बाद
चिंगारी आज भी जलती है सिने मे मगर पहले वाला वह ताप न रहा ।
जब तुम छोड़कर गए थे हमें तो छिन गई थी दिल चैन मेरा
मगर आज इसे पहले वाला जैसा वह बैचैनी न रहा।
कल तक जो थी इस दिल को उम्मीदे खुद से तुम पर ज्यादा
धीरे-धीरे कर तुमसे सारी उम्मीदें एक-एक करके इस दिल से जाता रहा।
चाहता आज भी तुम्हें बड़ी शिद्दत से यह दिल है मेरा
मगर पहले जैसा तुम्हे पाने के लिए बेकरार न रहा।
आज भी सब कुछ वैसा ही है यहाँ जैसा तुम छोड़कर गए थे
मगर आज यह दिल मेरा पहले जैसा अब न रहा
शायद इसने भी हालात के संग मे जीना सीख लिया
शायद अब इसे भी अकेले रहने की जो आदत पर गया।
दिल को तुम आज भी …….
अनामिका