Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2021 · 1 min read

दिलों के खेल

dr arun kumar shastri / एक अबोध बालक अरुण अतृप्त

११/०७/ २०२१

दूरियाँ बढाते जा रहे हो, बात क्या है
हमसे नज़रें चुरा रहे हो, बात क्या है।

क्या छुपा रखा है दिल में, बात क्या है
कह सको तो कह ही डालो बात क्या है।

प्यार के खेल में शरम कैसी
क्यों कसमसा रहे हो , बात क्या है।

दूरियाँ बढाते जा रहे हो, बात क्या है
हमसे नज़रें चुरा रहे हो, बात क्या है।

क्यों करे हम भरोसा आपका
दिलों के खेल में काम क्या दिमाग का।

चोट है भी के नहीं दिखलाइये
या खामखाँ आंसूं बहा रहे हो, बात क्या है।

देखिये फ़ुरसत तो हमको है नहीं
क्यों नोन तेल लकड़ी में उलझा रहे हो।

आइना देखो तो जाके, फिर जताना
इश्क है ये इसमें हुनर का काम क्या।

दूरियाँ बढाते जा रहे हो, बात क्या है
नज़रें हमसे चुरा रहे हो, बात क्या है।

है निभाना तो निभाओ वरन टसुए मत बहाओ
जानते है हम तुमहे, जन्म से, एक की दो दो लगाना।

क्यों करे कैसे करें हम भरोसा आपका
दिलों के खेल में काम क्या दिमाग का।

है अरुण अब जीस्त की ऊँचाई पर
एक पल में छोड़ देगा इसमें ज्यादा सोचना क्या।

328 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
6) जाने क्यों
6) जाने क्यों
पूनम झा 'प्रथमा'
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
भर गया होगा
भर गया होगा
Dr fauzia Naseem shad
बड़ी अजब है प्रीत की,
बड़ी अजब है प्रीत की,
sushil sarna
शायद ये सांसे सिसक रही है
शायद ये सांसे सिसक रही है
Ram Krishan Rastogi
बची रहे संवेदना...
बची रहे संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
नीला सफेद रंग सच और रहस्य का सहयोग हैं
नीला सफेद रंग सच और रहस्य का सहयोग हैं
Neeraj Agarwal
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
Harinarayan Tanha
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
Dheerja Sharma
"मेरे तो प्रभु श्रीराम पधारें"
राकेश चौरसिया
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
manjula chauhan
*मां चंद्रघंटा*
*मां चंद्रघंटा*
Shashi kala vyas
*फल- राजा कहलाता आम (बाल कविता/हिंदी गजल)*
*फल- राजा कहलाता आम (बाल कविता/हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-398💐
💐प्रेम कौतुक-398💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खुद्दार
खुद्दार
अखिलेश 'अखिल'
Learn to recognize a false alarm
Learn to recognize a false alarm
पूर्वार्थ
होली की हार्दिक शुभकामनाएं🎊
होली की हार्दिक शुभकामनाएं🎊
Aruna Dogra Sharma
माता रानी दर्श का
माता रानी दर्श का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
// अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद //
// अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2316.पूर्णिका
2316.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मेरा विषय साहित्य नहीं है
मेरा विषय साहित्य नहीं है
Ankita Patel
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
Vishal babu (vishu)
मां कृपा दृष्टि कर दे
मां कृपा दृष्टि कर दे
Seema gupta,Alwar
Ye din to beet jata hai tumhare bina,
Ye din to beet jata hai tumhare bina,
Sakshi Tripathi
रोम रोम है दर्द का दरिया,किसको हाल सुनाऊं
रोम रोम है दर्द का दरिया,किसको हाल सुनाऊं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुम्हें लिखना आसान है
तुम्हें लिखना आसान है
Manoj Mahato
कान्हा तेरी नगरी, आए पुजारी तेरे
कान्हा तेरी नगरी, आए पुजारी तेरे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
Mukesh Kumar Sonkar
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
Loading...