दिलवाला इंसान
मिलते हैं जब कदम से कदम ,
फासले कम होते हैं तभी।
गुरूर के करीब तो कोई आता नहीं,
परस्पर प्रेम ही करीब लाता है ,
दोनो ओर फलता हो जब कभी ।
अब पत्थर से तो दिल जुड़ सकता नहीं,
दिल वाले तो दिलवालों से जुड़ते है सभी।
मिलते हैं जब कदम से कदम ,
फासले कम होते हैं तभी।
गुरूर के करीब तो कोई आता नहीं,
परस्पर प्रेम ही करीब लाता है ,
दोनो ओर फलता हो जब कभी ।
अब पत्थर से तो दिल जुड़ सकता नहीं,
दिल वाले तो दिलवालों से जुड़ते है सभी।