दिया
मेरे अँधेरे जीवन में
एक छोटी सी दिये का
बड़ा ही साथ रहा
जहाँ सुरज और चाँद का
भी साथ न मिला मुझे
वहाँ यह दिया हर कदम पर
मेरा साथ निभाता रहा।
कभी जला, कभी बुझा
पर अपने आस्तित्व से
हमें समझाता रहा
अंधेरा कितना भी हो घना
पर जीवन में रोशनी की
एक छोटी सी किरण
अंधेरे से उसे उबार लेती है।
जरूरी नहीं की जीवन में
हमेशा फूलों का सेज मिले
काँटे बिछाकर भी जिन्दगी
कभी हर जगह-जगह पर
हमारा इम्तिहान लेती है।
बस जरूरत है रोशनी की
एक छोटी सी लौ की
भले ही वह दिये की तरह
ही क्यों न हो
बस जरूरत है दिल में
एक उम्मीद की किरण
जगाए रखने की
विश्वास करो जिंन्दगी
कितना भी कठिन हो
हर मुश्किल से निकल
आती है।
दिया कहती है देखो मुझे
चाहे अँधेरा कितना भी घना हो
पर में नही डरती हूँ
अपनी पूरी ताकत के साथ
मै अँधेरे से लड़ती रहती हूँ।
~अनामिका