दिया है हमको क्या तुमने
हमारे प्यार के बदले, दिया है हमको क्या तुमने।
किया नहीं प्यार कभी हमसे, दिया नहीं साथ कभी तुमने।।
हमारे प्यार के बदले——————————-।।
किया नहीं क्या तुम्हारे लिए, कमी क्या रह गई हमसे।
दिया नहीं प्यार कभी इतना, किया है प्यार जितना तुमसे।।
मगर हमको खुशी फिर भी, नहीं दी है कभी तुमने।
हमारे प्यार के बदले—————————।।
मानकर ख्वाब जिंदगी का, जलाये दीप रातों में।
मानकर साथी मंजिल का, सजायें फूलों राहों में।।
मगर रोशन दीपों से, किया नहीं हमको कभी तुमने।
हमारे प्यार के बदले—————————-।।
निभाई रस्में सभी हमने, रखा ख्याल सदा तेरा।।
तुमको हमने खुशी दी है, लेकर हमने दर्द तेरा।।
मगर बदनाम हमको फिर भी, हमेशा किया है तुमने।
हमारे प्यार के बदले—————————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)