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27 Oct 2016 · 1 min read

दिया जलता रहा

दिया जलता रहा
सचमुच दिया जलता रहा
घनघोर स्याह रात थी
हॉ अमावस की रात थी
वो दिया जलता रहा
शायद उम्मीदो का दिया था
फक्र से जलता रहा
कही किसी मासूम गरीब की दिवाली
अंधेरे मे न बीत जाए
..वो दिया जलता रहा
कहीं कोई बेबस भूखा न से जाए
वो दिया जलता रहा ..
किसी की की ऑखे दर्द मे भीगी न रह जाए
वो दिया जलता रहा
सच ! उम्मीदो का दिया जलता रहा
निरन्तर जलता रहा
अथक जलता रहा
शुभ दीपावली

Language: Hindi
740 Views

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