दिन जिंदगी के रंग रंगीले
** दिन जिंदगी के रंग-रंगीले **
***** 2212 2212 22 *****
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यादें कभी जाती नहीं मन से,
बातें कही जाती सही मन से।
मिलता नहीं उनको कभी रास्ता,
मिलती सदा राहें सही मन से।
गाता नहीं कोई तराने यूं ही,
दिल की रहे खुलती बही मन से।
दिन जिंदगी के रंग – रंगीले,
रातें कटे रंगीं वही मन से।
दिलदार मनसीरत बहुत भीरू,
डरता दगा हो ना कहीं मन से।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)