दिकपाल छंदा धारित गीत
श्री राम लौट आओ
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भारत सुधारने को ,श्री राम लौट आओ ।
सतयुग बिसार करके ,इस देश लौट आओ ।।
विश्वास कर हमारा , रघुनाथ दो सहारा।
मझधार में फंसे सब ,रघुवीर दो किनारा ।
थोड़ी दया दिखाने श्री राम लौट आओ ।।
इस देश मे सुनामी ,ईमान बेइमानी ।
सब दास बन रहें है, फिर से नई गुलामी ।
सच प्रीत को निभाने श्री राम लौट आओ ।।
हर जानकी दुखी है कोई नही सुखी है ।
असहाय अरु विवश है , सब स्वार्थ के रथी है ।
नूतन उजास देने , श्री राम लौट आओ ।।
मानव असुर बना है , या पाप का असर है।
आतंक भी प्रखर है , सब कुछ रहा बिखर है।
बौद्धिक प्रकाश देने श्री राम लौट आओ ।।
भाई पिता तलक भी ,बन कर असुर खड़े है ।
दिग्पाल आज भक्षक, हठ को लिए अड़े है ।
आनन्द कन्द बन कर, श्री राम लौट आओ ।।
कैसी हवा चली है ,किस शाप में ढली है ।
रिश्ते जहर घुले है , संवेदना जली है ।
कलयुग विनाश करने ,श्री राम लौट आओ ।।
सुशीला जोशी -विद्योत्तमा
948/,3योगेन्द्र पूरी ,रामपुरम गेट
मुजफ्फरनगर 251001
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