दारू की बोतल में
बेशर्मों के बीच हया क्यों रखते हो
दिल में अपने दर्द नया क्यों रखते हो
कर देंगे बदनाम तुम्हारी तबियत को
दारू की बोतल में दवा क्यों रखते हो
तनहा रह जाओगे इश्क़ की राहों में
तुम सबसे उम्मीदे वफ़ा क्यों रखते हो
खो जाओगे तो मुझको मिल जाओगे
खीसे में तुम मेरा पता क्यों रखते हो