दामोदर मोदी आया है
OCT 14
करने को उद्धार वतन का ,
पालनहार घर -द्वार,चमन का।
एक नया गांधी आया है।
दामोदर मोदी आया है।
आशा की एक किरण जगी –
फिरमिटटी से गुजरात की ।
उदय हुआ हो सुबह का सूरज ,
लिए किरण प्रभात की।
दृढ निश्चय और दृढता का ,
वोह एक बेजोड नमूना है।
न कोई शिकन है चहरे पर ,
तन-मन ऊर्जा से दूना है।
नहीं तनिक अभिमान उसे ,
पर रोम-रोम खुद्दारी है।
एक अकेला ही बस वोह ,
सब नेताओं पर भारी है।
दिल तो है मखमल का लेकिन –
जिगर बज्र का पाया है।
एक नया गांधी आया है।
दामोदर मोदी आया है।
छेड़ दिया अभियान स्वच्छता –
नहीं लगाई पल की देर।
यह तो एक संकेत मात्र है ,
होगा भारी उलट -फेर।
करने को विकास वतन का ,
उसने अलख जगाया है।
एक नया गांधी आया है।
दामोदर मोदी आया है।
सीमा पर ललकार वैरी की ,
कर दी पल भर में ही ढेर।
तोड़ दिया भरम गीदड़ का,
जो बनता था खुद को शेर।
चीख पड़ा क्षण भर में अरि -दल ,
दिखलाया जब असली रूप।
बंद हुए गोले और तोपें,
हुआ शत्रु अहसहाय और चुप।
दूर करने को अँधेरा इस जगत का –
दीप उसने एक अनूठा ही जलाया है।
एक नया गांधी आया है।
दामोदर मोदी आया है।