दामन
तेरे दामन में कभी दाग लगने नहीं देंगे,
ऐ जन्मभूमि! हम तुझे मिटने नहीं देंगे।
खुद को मिटाकर भी,तेरी शान लिखेंगे,
लहू के कतरे से पूरा हिंदुस्तान लिखेंगे।।
रचना- मौलिक एवं स्वरचित
निकेश कुमार ठाकुर
गृह जिला- सुपौल (बिहार)
संप्रति- कटिहार (बिहार)
सं०- 9534148597