दाद दीजिए जनाब सरकारी विकास पर
दाद दीजिए जनाब सरकारी विकास पर
56 भोग तैयार रखें हैं मंत्री निवास पर
तय करना है आवाम का गला कितना काटा जाए
पार्टी मीटिंग रखी गयी है अध्यक्ष निवास पर
अब बस बोतल खुलने की देर है फिर रामराज्य आएगा
लोकतंत्र लिखा हुआ है हरेक गिलास पर
ज्यादा से ज्यादा क्या होगा कोई भूख से मर जाएगा
इससे मातम थोड़ी ना मनेगा विधायक आवास पर
जो बस फाइलों में दिखता है हकिकत में नही
साहेब तरस आता है मुझे आपके ऐसे विकास पर
बोलने को और भी बहुत कुछ बोल सकता है तनहा
चुप हो रहा है मगर आप की लिहाज पर