दादू और छोना
दादू को छोना है प्यारी
उनकी तो है राजकुमारी
नहीं मगर दोनों की पटती
बात बात पर वो रो पड़ती
दादू मना मना के हारे
लाकर दिये खिलौने सारे
तब छोना थोड़ी मुस्काई
दादू ने भी राहत पाई
छोना पर फिर मस्ती छाई
किलकारी की गूंज सुनाई
रूठ गई फ़िर गुड़िया रानी
रोज रोज की यही कहानी
12-05-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद ?