“दलित”
“दलित”
पीड़ित शोषित दबा हुआ
टूटा खण्डित कुचला हुआ
खिन्न उदास रौंदा हुआ
दला मसला पीसा हुआ,
इतना सब होने पर भी
ज़ख्म को सीकर जीता हुआ।
“दलित”
पीड़ित शोषित दबा हुआ
टूटा खण्डित कुचला हुआ
खिन्न उदास रौंदा हुआ
दला मसला पीसा हुआ,
इतना सब होने पर भी
ज़ख्म को सीकर जीता हुआ।