दलित लेखक बिपिन बिहारी से परिचय कीजिए / MUSAFIR BAITHA
बिपिन बिहारी मूलतः हिंदी कथाकार हैं। सबसे ज्यादा लिखने वाले दलित कथाकार। अबतक इनके 13 कहानी संग्रह (लगभग 300 कहानियां) एवं 7 उपन्यास प्रकाशित हैं। इनका 1 लघुकथा संग्रह एवं 3 कविता संग्रह भी प्रकाशित है।
लगभग 57 की उम्र में सरकारी नौकरी पर रहते हुए उनका यह विपुल रचनात्मक लेखन अपने आप में एक प्रेरक मिसाल है।
इन्हें हम दलित साहित्य का प्रेमचंद कह सकते हैं।
आज fb ने हमारी दोस्ती की वर्षगांठ की याद दिलाई है। मितभाषी एवं संकोची व्यक्तित्व के धनी Bipin Bihari की रचनाओं में दलित प्रश्न लबरेज है। उनकी प्रायः रचनाओं में अम्बेडकरवादी ट्रीटमेंट है।
बिपिन बिहारी बिहार से हैं। बिहार और झारखण्ड के बीच ही उनका अधिकांश जीवन बीता है अबतक, मगर, इस इलाके में रहकर भी उनसे आमने सामने से परिचय बस, चार–पांच वर्ष पहले ही हुई है, जबकि उनको वर्षों पहले से पढ़ रहा हूँ। पटना और गया में उनसे चंद मधुर मुलाकातें हैं।
काश, मैं बिपिन भाई की रचनात्मक त्वरा को थोड़ा भी पकड़ पाता!
सैल्यूट ऐसे व्यक्तित्व को!