Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2020 · 1 min read

दर्पण है व्यवहार

व्यवहार हैं
दर्पण
इन्सान का
यहीं है
संस्कार
जीवन के

होती तारीफ
सब जगह
कुशल व्यहार की
होता सफल
वही जीवन में

बनाते
माता-पिता
कुशल व्यवहार
बच्चों को
जो अपनाता
जितना जीवन में
रहता खुश
जीवनपर्यन्त
जीवन में

व्यवहार है
ऐसा गहना
जो करता
सज्जा
मानव का
होता प्रिय
वह सब का
बुजुर्गों का
यह हैं कहना

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
1 Comment · 446 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं स्त्री हूं भारत की।
मैं स्त्री हूं भारत की।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
* खूब कीजिए प्यार *
* खूब कीजिए प्यार *
surenderpal vaidya
हिन्द के बेटे
हिन्द के बेटे
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
-शेखर सिंह
-शेखर सिंह
शेखर सिंह
देव दीपावली
देव दीपावली
Vedha Singh
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
कौन गया किसको पता ,
कौन गया किसको पता ,
sushil sarna
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
Shweta Soni
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
shabina. Naaz
ऐसे हंसते रहो(बाल दिवस पर)
ऐसे हंसते रहो(बाल दिवस पर)
gurudeenverma198
Moral of all story.
Moral of all story.
Sampada
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
#शुभ_दीपोत्सव
#शुभ_दीपोत्सव
*Author प्रणय प्रभात*
तिरंगा
तिरंगा
लक्ष्मी सिंह
सत्य सनातन गीत है गीता
सत्य सनातन गीत है गीता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जी रही हूँ
जी रही हूँ
Pratibha Pandey
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
DrLakshman Jha Parimal
23/188.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/188.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना।
तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना।
सत्य कुमार प्रेमी
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
*जल-संकट (दोहे)*
*जल-संकट (दोहे)*
Ravi Prakash
अपमान
अपमान
Dr Parveen Thakur
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
Ravikesh Jha
मैं
मैं
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
कवि रमेशराज
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
Paras Nath Jha
हमारा फ़र्ज
हमारा फ़र्ज
Rajni kapoor
जीवन में दिन चार मिलें है,
जीवन में दिन चार मिलें है,
Satish Srijan
Loading...