” दर्द “
” दर्द ”
जान तलक निसार गया कोई,
फिर भी दोस्त उसका खफा रहा।
नेकियाँ तराजू में तौली ना गई,
वो फकत दरिया में डला रहा।
” दर्द ”
जान तलक निसार गया कोई,
फिर भी दोस्त उसका खफा रहा।
नेकियाँ तराजू में तौली ना गई,
वो फकत दरिया में डला रहा।