Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2024 · 1 min read

” दर्द “

” दर्द ”
जमाने में दर्द घूमते रहते सरे राह,
अपने दिल के दर्द को जरा छुपा के चलिए।

3 Likes · 3 Comments · 24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
फूल मुरझाए के बाद दोबारा नई खिलय,
फूल मुरझाए के बाद दोबारा नई खिलय,
Krishna Kumar ANANT
कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो।
कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो।
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
Chunnu Lal Gupta
संदेश बिन विधा
संदेश बिन विधा
Mahender Singh
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कवि रमेशराज
I love to vanish like that shooting star.
I love to vanish like that shooting star.
Manisha Manjari
Upon the Himalayan peaks
Upon the Himalayan peaks
Monika Arora
"बेटियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
4523.*पूर्णिका*
4523.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
TAMANNA BILASPURI
जाने क्यूं मुझ पर से
जाने क्यूं मुझ पर से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
#निर्विवाद...
#निर्विवाद...
*प्रणय प्रभात*
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
यूं ही कोई शायरी में
यूं ही कोई शायरी में
शिव प्रताप लोधी
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
Shweta Soni
✍️✍️✍️✍️
✍️✍️✍️✍️
शेखर सिंह
अब हर राज़ से पर्दा उठाया जाएगा।
अब हर राज़ से पर्दा उठाया जाएगा।
Praveen Bhardwaj
मदर इंडिया
मदर इंडिया
Shekhar Chandra Mitra
सब कुछ हो जब पाने को,
सब कुछ हो जब पाने को,
manjula chauhan
रसों में रस बनारस है !
रसों में रस बनारस है !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
Attraction
Attraction
Vedha Singh
*pyramid*
*pyramid*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुक्तक – आज के रिश्ते
मुक्तक – आज के रिश्ते
Sonam Puneet Dubey
यह जो आँखों में दिख रहा है
यह जो आँखों में दिख रहा है
कवि दीपक बवेजा
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Dr.Priya Soni Khare
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
लोग बस दिखाते है यदि वो बस करते तो एक दिन वो खुद अपने मंज़िल
लोग बस दिखाते है यदि वो बस करते तो एक दिन वो खुद अपने मंज़िल
Rj Anand Prajapati
Loading...