दर्द
जुबान ए दर्द के दिल खुद कहानी बोल देता है !
सुनाना जो ना था अश्कों के जरिये बोल देता है !!
छुपाना लाख चाहो राज अपना खुद के कातिल से !
हलक से हिचकी का स्वर हाल सारा खोल देता है !!
जुबान ए दर्द के दिल खुद कहानी बोल देता है !
सुनाना जो ना था अश्कों के जरिये बोल देता है !!
छुपाना लाख चाहो राज अपना खुद के कातिल से !
हलक से हिचकी का स्वर हाल सारा खोल देता है !!