दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए।
दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए।
रुसवाई हो या रहनुमाई कदर मशहूर होना चाहिए।
शाने शौकत शोहरते मंज़िल रुआब दिखाओ प्रखर।
जीत का जश्न हो तो हाथों में कोहिनूर होना चाहिए।।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘