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2 Nov 2024 · 1 min read

दर्द का फलसफा “

दर्द का फलसफा ”

फूलों की सुगन्ध का पता नहीं
काँटों का दंश कुछ ज्यादा रहा,
ईश के दर्शन तो हुए ही नहीं
दृष्टि – ध्वंस कुछ ज्यादा रहा।

2 Likes · 2 Comments · 23 Views
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