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16 Oct 2021 · 1 min read

“दफना रहा है”

कहती नहीं कुछ ,तो उगलिया उठा रहा है।
मेरी ही परछाईं बन, मुझे ही चिड़ा रहा है।
मेरे ही वजूद से जिंदा वजूद है तेरा।
ये जान के भी मुझे ही दफना रहा है।

Language: Hindi
Tag: शेर
6 Likes · 5 Comments · 273 Views
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