थोड़ी पागल सी एक लड़की
ये लड़की सबसे अलग है,
बात बात पर मुझे डाटताती है ।
वक्त आने पर मेरी मम्मी बन जाती है ,
थोड़ी सी क्यूट और थोड़ी सी नादान है
अब जैसी भी है मेरी जान है ।
दात थोड़े टेढ़े मेढे है ,
खाती भी है ये टेढ़े मेढे है ।
मेरी हर बात सुनती है ,
नही बताओ तो मुझे धुनती है ।
दिन भर पकर पकर करती है ,
कभी कभी तो सिर दर्द करती है ।
अब जैसी भी है,
हम दोनो में सबसे गहरी दोस्ती है ।
– Prachi Verma