Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2016 · 1 min read

तो सच बताएगा कौन?

अगर दोनो रूठे रहे, तो फिर मनाएगा कौन?
लब दोनो ने सिले, तो सच बताएगा कौन?

तुम अपने ख़यालो मे, मै अपने ख़यालो मे
यदि दोनो खोए रहे, तो फिर जगाएगा कौन?

ना तुमने मुड़कर देखा, ना मैने कुछ कहाँ
ऐसे सूरते हाल मे, तो फिर बुलाएगा कौन?

मेरी चाहत धरती, तुम्हारी चाहत आसमान
क्षितिज तक ना चले, तो मिलाएगा कौन?

मेरी समझ को तुम, तुम्हे मै नही समझा
इस समझ को हमे, आज समझाएगा कौन?

लड़खडाकर गिरे उठे, ढूढ़ने अपनी मंज़िल
नजरो मे गिरे अगर, तो बचाएगा कौन ?

लब दोनो ने सिले, तो सच बताएगा कौन?

कवि: शिवदत्त श्रोत्रिय

425 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"ख़्वाहिशों की दुनिया"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐसे ही मुक़्क़मल करो अपने सारे ख्वाब✌🏻✌🏻
ऐसे ही मुक़्क़मल करो अपने सारे ख्वाब✌🏻✌🏻
Vaishaligoel
Gulab ke hasin khab bunne wali
Gulab ke hasin khab bunne wali
Sakshi Tripathi
वही पर्याप्त है
वही पर्याप्त है
Satish Srijan
पुष्पों का पाषाण पर,
पुष्पों का पाषाण पर,
sushil sarna
फागुन का महीना आया
फागुन का महीना आया
Dr Manju Saini
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
जानते वो भी हैं...!!
जानते वो भी हैं...!!
Kanchan Khanna
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
VINOD CHAUHAN
हौसला
हौसला
Sanjay ' शून्य'
बचपन
बचपन
संजय कुमार संजू
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
Dr Archana Gupta
उसकी नज़र में अहमियत
उसकी नज़र में अहमियत
Dr fauzia Naseem shad
विपक्ष से सवाल
विपक्ष से सवाल
Shekhar Chandra Mitra
प्रिये
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जज्बात
जज्बात
अखिलेश 'अखिल'
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
निराकार वह कौन (कुंडलिया)
निराकार वह कौन (कुंडलिया)
Ravi Prakash
4) “एक और मौक़ा”
4) “एक और मौक़ा”
Sapna Arora
मेखला धार
मेखला धार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मुहब्बत मील का पत्थर नहीं जो छूट जायेगा।
मुहब्बत मील का पत्थर नहीं जो छूट जायेगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
2984.*पूर्णिका*
2984.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जलने वालों का कुछ हो नहीं सकता,
जलने वालों का कुछ हो नहीं सकता,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
#एहतियातन...
#एहतियातन...
*Author प्रणय प्रभात*
Rap song (3)
Rap song (3)
Nishant prakhar
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
Manisha Manjari
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
Dr MusafiR BaithA
हिज़्र
हिज़्र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
*होली*
*होली*
Shashi kala vyas
“ कौन सुनेगा ?”
“ कौन सुनेगा ?”
DrLakshman Jha Parimal
Loading...