Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2024 · 1 min read

“तो देख”

“तो देख”
कदम दो कदम बढ़कर,
इजहार करके तो देख।

बे-वजह बहस ना कर,
एहसास करके तो देख।

2 Likes · 2 Comments · 61 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

"नित्य नये नये काम तक भी पहुंचाती हैं ll
पूर्वार्थ
तप सको तो चलो
तप सको तो चलो
Deepali Kalra
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
Chaahat
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
कृष्णकांत गुर्जर
नज़र नहीं नज़रिया बदलो
नज़र नहीं नज़रिया बदलो
Sonam Puneet Dubey
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय*
अपने पराए
अपने पराए
Shyam Sundar Subramanian
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
4535.*पूर्णिका*
4535.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चांदनी के लिए
चांदनी के लिए
Deepesh Dwivedi
" साया "
Dr. Kishan tandon kranti
तूं कैसे नज़र अंदाज़ कर देती हों दिखा कर जाना
तूं कैसे नज़र अंदाज़ कर देती हों दिखा कर जाना
Keshav kishor Kumar
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तेरे हक़ में
तेरे हक़ में
Dr fauzia Naseem shad
कौन सी जमात में पढ़ती हो तुम मोहल्ले के लड़के बता रहे थे बड़
कौन सी जमात में पढ़ती हो तुम मोहल्ले के लड़के बता रहे थे बड़
Rj Anand Prajapati
ये लोकतंत्र है
ये लोकतंत्र है
Otteri Selvakumar
दोहा सप्तक. . . . विविध
दोहा सप्तक. . . . विविध
sushil sarna
कर सकता नहीं ईश्वर भी, माँ की ममता से समता।
कर सकता नहीं ईश्वर भी, माँ की ममता से समता।
डॉ.सीमा अग्रवाल
माँ
माँ
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
बाण मां सूं अरदास
बाण मां सूं अरदास
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
स्वर्ग सा घर है मेरा
स्वर्ग सा घर है मेरा
Santosh kumar Miri
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
gurudeenverma198
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
Neelofar Khan
Packers and movers in Jind |Movers and Packers in Jind
Packers and movers in Jind |Movers and Packers in Jind
Hariompackersandmovers
* विदा हुआ है फागुन *
* विदा हुआ है फागुन *
surenderpal vaidya
अगर तू मेरी जान हो जाए
अगर तू मेरी जान हो जाए
Jyoti Roshni
प्रिय आँसू तुम्हारे बिना ये आँखें, जैसे सूखी धरती की प्यास,त
प्रिय आँसू तुम्हारे बिना ये आँखें, जैसे सूखी धरती की प्यास,त
Rituraj shivem verma
भूत ही भगवान
भूत ही भगवान
Sudhir srivastava
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...