Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2024 · 1 min read

*** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला ***

तोड़ के घरोंदा उस जीव का
बेघर कर दिया ओ तूने
इक पथर जरा उछाल दे अपने
घर के शीशे पर ओ घरोंदा तोड़ने वाले !!

तू तो बनवा लेगा किसी और के हाथो से
धन को कमा लेगा फिर अपनी चालों से
उस का तो नहीं कोई भी बना के देने वाला
क्यूं उस को उजाड़ दिया पथर मारने वाले !!

वो कह नहीं सकता कि क्यूं उजड़ा दिया मुझको
मेरे परिवार ने क्या बिगाड़ा जो भगा दिया मुझको
मैंने तिनका तिनका इकठा कर के बनाया था
जरा एक बार तो सोचता मुझे बेघर करने वाले !!

रात का समां आ गया है, किस का ढूँढू में आसरा
मेरे मासूम से इन जीवों को शायद ही मिलेगा आसरा
बरसात का मौसम है, आंधी भी परेशां करेगी सबको
क्या कभी आंधी तूफ़ान में तूने घर बनाया है ओ मारने वाले ??

कवि अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
104 Views
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all

You may also like these posts

प्यारा मित्र
प्यारा मित्र
Rambali Mishra
मैं चंद्रमा को सूर्योदय से पूर्व सूर्यास्त के बाद  देखता हूं
मैं चंद्रमा को सूर्योदय से पूर्व सूर्यास्त के बाद देखता हूं
SATPAL CHAUHAN
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
Shiva Awasthi
जिंदगी की राहों मे
जिंदगी की राहों मे
रुपेश कुमार
बंद कमरे में
बंद कमरे में
Chitra Bisht
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
युवतियों को देखकर भटक जाता हूँ रास्ता
युवतियों को देखकर भटक जाता हूँ रास्ता
पूर्वार्थ
गुजरे ज़माने वाले।
गुजरे ज़माने वाले।
Taj Mohammad
3214.*पूर्णिका*
3214.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
Neerja Sharma
जब घर मे बेटी जन्म लेती है तो माँ बोलती है मेरी गुड़िया रानी
जब घर मे बेटी जन्म लेती है तो माँ बोलती है मेरी गुड़िया रानी
Swara Kumari arya
बिखर के भी निखरना है ,
बिखर के भी निखरना है ,
Neeraj kumar Soni
"सुबह की चाय"
Pushpraj Anant
13. *फरेबी दुनिया*
13. *फरेबी दुनिया*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
कहो उस प्रभात से उद्गम तुम्हारा जिसने रचा
कहो उस प्रभात से उद्गम तुम्हारा जिसने रचा
©️ दामिनी नारायण सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पाप.....
पाप.....
sushil sarna
■ कामयाबी का नुस्खा...
■ कामयाबी का नुस्खा...
*प्रणय*
"पाठशाला"
Dr. Kishan tandon kranti
*एक साथी क्या गया, जैसे जमाना सब गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*एक साथी क्या गया, जैसे जमाना सब गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
1. चाय
1. चाय
Rajeev Dutta
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कोई शहर बाकी है
कोई शहर बाकी है
शिवम राव मणि
*क्या आपको पता है?*
*क्या आपको पता है?*
Dushyant Kumar
प्रेम के बहुत चेहरे है
प्रेम के बहुत चेहरे है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
दर्द का एहसास
दर्द का एहसास
नेहा आज़ाद
चौराहा
चौराहा
Shekhar Deshmukh
जश्ने आज़ादी का
जश्ने आज़ादी का
Dr fauzia Naseem shad
Loading...