तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरी ख्वाहिशें तेरा हर एक हुक्म याद है मुझे
बेशक़ अब हम साथ नहीं और ना ही बाकी कोई उम्मीद
बेशक़ कई बरस बीत गये मिले तुमसे
सिर्फ यादें ही ना सोचना वापस भेजी चिट्ठियाँ
और वो ख़ूबसूरत दिल अज़ीज़ अँगूठी अब भी पास है मेरे…..