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17 May 2024 · 1 min read

तेरे संग एक प्याला चाय की जुस्तजू रखता था

तेरे संग एक प्याला चाय की जुस्तजू रखता था
तुमसे जाने क्या-क्या कहने की गुफ्तगू रखता था
आज समझा हूँ मैं ख्वाब और हकीकत में फर्क क्या है
तुम्हारे लिए तो खुदा से भी लड़ने की आरजू रखता था

1 Like · 157 Views
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