Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2021 · 1 min read

तेरे बांहो में सोने का मन

दिन भर थककर।
तेरी बांहो में ।
सोने का मन ।
तू ही तो है ।
मेरे दिल का सजन ।
दिल का सजन ।
दिन भर थककर ।
तेरी बांहो में ।
सोने का मन ।
छत पर निकले हुए ।
सितारो भरी रात ।
देखकर तेरे हुस्न को।
लगता है ऐसे ।
जैसे शर्मा रहा हो चांद ।
है भीगा -भीगा सा ।
तेरा होठ लाल ।
मदहोश से हुए ।
हैं लगते तेरे अंदाज ।
आ करीब आ ।
तेरे पी ले हम जाम ।
है चमकता तेरा ।
चाँदनी -सा बदन ।
दिन भर थककर ।
तेरी बांहो में ।
सोने का मन ।
तू ही तो है ।
मेरे दिल का सजन ।
दिल का सजन ।
रात भर जागकर —-
पायल है बजती तेरी जब ।
सेज पर लेटे हुए ।
तू कैसे हैं इतना ।
शर्म को अपने अंदर समेटे हुए ।
अब तो होता है नही ।
बर्दाश्त पड़े -पड़े ।
जान ले लोगी क्या तुम ।
ऐसे मुस्कुरा कर ।
कजरारी कटीले नैनो से।
अपने जादू चलाकर ।
तू कैसे हैं इतनी खूबसूरत ।
ऋतुओ में बनकर ।
बसंत बहार ।
दिन भर थककर ।
तेरी बांहो में सोने का मन ।
तू ही तो है ।
मेरे दिल का सजन ।
दिल का सजन ।
दिन भर थककर ——-???

❤❤❤❤❤?????❤❤❤

Language: Hindi
279 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
Ram Krishan Rastogi
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तलास है उस इंसान की जो मेरे अंदर उस वक्त दर्द देख ले जब लोग
तलास है उस इंसान की जो मेरे अंदर उस वक्त दर्द देख ले जब लोग
Rituraj shivem verma
जय हनुमान
जय हनुमान
Santosh Shrivastava
जिंदगी तूने  ख्वाब दिखाकर
जिंदगी तूने ख्वाब दिखाकर
goutam shaw
ପରିଚୟ ଦାତା
ପରିଚୟ ଦାତା
Bidyadhar Mantry
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*दया*
*दया*
Dushyant Kumar
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
कवि दीपक बवेजा
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
रंगमंच
रंगमंच
लक्ष्मी सिंह
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
Swami Ganganiya
दुनिया एक दुष्चक्र है । आप जहाँ से शुरू कर रहे हैं आप आखिर म
दुनिया एक दुष्चक्र है । आप जहाँ से शुरू कर रहे हैं आप आखिर म
पूर्वार्थ
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
Buddha Prakash
सत्य की खोज
सत्य की खोज
dks.lhp
जय श्री राम
जय श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू।
सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
Sandeep Kumar
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम खुद से प्यार करते हैं
हम खुद से प्यार करते हैं
ruby kumari
इतनी ज़ुबाॅ को
इतनी ज़ुबाॅ को
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी के लिए वो क़िरदार हैं हम,
जिंदगी के लिए वो क़िरदार हैं हम,
Ashish shukla
फिरकापरस्ती
फिरकापरस्ती
Shekhar Chandra Mitra
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सिंह सा दहाड़ कर
सिंह सा दहाड़ कर
Gouri tiwari
"मन की संवेदनाएं: जीवन यात्रा का परिदृश्य"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देख स्वप्न सी उर्वशी,
देख स्वप्न सी उर्वशी,
sushil sarna
Loading...