तेरे नयनों ने यह क्या जादू किया
तेरे नयनों ने, यह क्या जादू किया।
तुमसे प्यार हो गया, दिल काबू किया।।
तेरे नयनों ने ————————–।।
क्यों उड़ाया दुपट्टा, हवा में तुमने।
क्यों फैलाई जुल्फें, हवा में तुमने।।
करती है इशारे, ये अदाएं तेरी।
यह कैसा नशा, तुमने दिल पे किया।।
तेरे नयनों ने ————————–।।
मुस्कराती है क्यों तू , हमें देखकर।
देखती है क्यों तू , हमको छुपकर।।
रोकती है हमारे तू , चलते कदम।
हर राह पर, तुमने तो पहरा किया।।
तेरे नयनों ने ————————–।।
उठ जाते हैं नींद में हम, कुछ यादकर।
तुमको बाँहों में लेने का, ख्वाब देखकर।।
साथ तेरा साया, रहता है सदा।
इस दिल को तुमने, जो मजनूं किया।।
तेरे नयनों ने ————————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)