तेरे दिल की हर बात जुबां से सुनाता में रहा ।
तेरे दिल की हर बात जुबां से सुनाता में रहा ।
इश्क़ के फलसफे तुझको में बताता ही रहा ।
तूने मेरा साथ छोड़ दिया गैरों के लिए अब ।
ज़ख्म खाकर भी मौहब्बत में मुस्कुराता ही रहा ।
Phool gufran
तेरे दिल की हर बात जुबां से सुनाता में रहा ।
इश्क़ के फलसफे तुझको में बताता ही रहा ।
तूने मेरा साथ छोड़ दिया गैरों के लिए अब ।
ज़ख्म खाकर भी मौहब्बत में मुस्कुराता ही रहा ।
Phool gufran