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8 Mar 2024 · 1 min read

तेरे जागने मे ही तेरा भला है

तेरे जागने मे ही तेरा भला है
सो कर तू क्या पाएगा

यूँ ही सपनों में भटकता रह जाएगा
हाथ ना तेरे कुछ आएगा

पीर जो दूसरों की मिटाएगा
खुद को उत्कर्ष की राह पर पाएगा

दूसरों को जो मुस्कुराना सिखाएगा
अभिनंदन की राह पर, तू निर्बाध बढ़ता जाएगा

गीत जो इंसानियत के तू गुनगुनायेगा
मानवीय विचारों से तेरा जीवन परिपूर्ण हो जाएगा

प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य जो तू निभाएगा
पुष्पित हो जाएगा जीवन का कण कण, तू उस परमात्मा की धरोहर हो जाएगा

चिंतन मे जो अपने तू, उस परमात्मा तत्व को बसायेगा
तू निर्बाध मोक्ष की राह पर बढ़ता जाएगा

अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
सर्व अधिकार सुरक्षित

Language: Hindi
1 Like · 134 Views
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