तेरी सुंदर अदा कातिल , हमे शायर बना देगी
तेरी सुंदर अदा कातिल , हमे शायर बना देगी
मुल्जिम होगी तू लेकिन , हमे लायर बना देगी
तेरी जुल्फों को चेहरे पर, तूयूँन डालओ पगली
तेरी तिरछी निगाहे बिन , घटा बादल बना देगी
चलेगी जब अकेली तू , रहेगी साथ परछाई,
वो तेरा साथ देगी पर , तुझे पागल बना देगी
छुपाकरचलबदनअपना, तूअपनाचाँदसामुखड़ा
तेरी इक छोटी सी गलती , तुझे कायर बना देगी
कहेगा “कृष्णा” तुझसे तो चुरायेगी नजर उससे
मुल्जिम होगी तू लेकिन , हमे लायर बना देगी
✍कृष्णकांत गुर्जर धनौरा (24/10/2019-10:24)