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17 Nov 2024 · 1 min read

तेरी याद मै करता हूँ हरपल, हे ईश्वर !

तेरी याद मै करता हूँ हरपल, हे ईश्वर !
परवाह अब मुझे अपनी नहीं,
इस जहाँ से क्या उम्मीद करू खुद के लिए,
तेरी उम्मीद से ही ये जहाँ है मुझको नसीब।

Language: Hindi
1 Like · 9 Views
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