तेरी यादे मुझे तेरे से रिहा होने नहीं देती
तेरी यादे मुझे तेरे से रिहा होने नहीं देती
लिपटी रहती है तू मुझसे दूर होने नहीं देती
मेरे दिल के पिंजरे में कैद तेरा अक्स है
मेरी रूह भी जिस्म को मेरे सोने नही देती
हो जाती है कुछ नदानियां अनजाने में
प्यार की राह में झूठी कहानी नही होती
शतरंज का खेल सी है ये ज़िन्दगी
दूसरों के सहारे कभी जीनी नहीं होती
भूपेंद्र रावत
2/01/2018