Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2018 · 1 min read

तेरी ममता मेरा गहना है…

बाल मन मेरा बाल मन
इस पल भी रोया करता है
तेरी लोरी सुनने को आतुर
तेरी अंक मे सोया रहता है।

मैं निरीह सा ,नीड़ का शावक पंछी
राह पंख की ताका करता हूँ
छिप तेरे पंख की बाँहों में
निष्ठुर जग को देखा करता हूँ ।

तपती रेत सी यह दुनिया है
तू शीतल जल का झरना है
प्यास नहीं है धन दौलत की
बस तेरी गोद मे रहना है ।

सहे हैं कष्ट तूने मेरी खातिर
अब मुझको सुख तुझे देना है
हृदय में बसती हो माँ तुम
तेरी ममता मेरा गहना है ।

डॉ0 सीमा वर्मा
लखनऊ

10 Likes · 16 Comments · 1103 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Seema Varma
View all
You may also like:
* ज्योति जगानी है *
* ज्योति जगानी है *
surenderpal vaidya
गरमी का वरदान है ,फल तरबूज महान (कुंडलिया)
गरमी का वरदान है ,फल तरबूज महान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
"बोली-दिल से होली"
Dr. Kishan tandon kranti
अजनबी
अजनबी
Shyam Sundar Subramanian
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
शेखर सिंह
😜 बचपन की याद 😜
😜 बचपन की याद 😜
*प्रणय प्रभात*
सर्दियों की धूप
सर्दियों की धूप
Vandna Thakur
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
Phool gufran
तेरे लिखे में आग लगे / MUSAFIR BAITHA
तेरे लिखे में आग लगे / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
चाय दिवस
चाय दिवस
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
कवि रमेशराज
पुलवामा अटैक
पुलवामा अटैक
लक्ष्मी सिंह
हम वर्षों तक निःशब्द ,संवेदनरहित और अकर्मण्यता के चादर को ओढ़
हम वर्षों तक निःशब्द ,संवेदनरहित और अकर्मण्यता के चादर को ओढ़
DrLakshman Jha Parimal
मेरा बचपन
मेरा बचपन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
एक टऽ खरहा एक टऽ मूस
एक टऽ खरहा एक टऽ मूस
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3535.💐 *पूर्णिका* 💐
3535.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
डॉ.सीमा अग्रवाल
पत्नी की खोज
पत्नी की खोज
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
ख़ुद से हमको
ख़ुद से हमको
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Seema Garg
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
जब कोई साथी साथ नहीं हो
जब कोई साथी साथ नहीं हो
gurudeenverma198
हिंदी का आनंद लीजिए __
हिंदी का आनंद लीजिए __
Manu Vashistha
1) आखिर क्यों ?
1) आखिर क्यों ?
पूनम झा 'प्रथमा'
कैसे देख पाओगे
कैसे देख पाओगे
ओंकार मिश्र
मेरे हिस्से सब कम आता है
मेरे हिस्से सब कम आता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
पिता का साया
पिता का साया
Neeraj Agarwal
प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा
प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Loading...