तेरी बेवफ़ाई का मैं सिला वफ़ा दूंगा
वज़्न – 212 1222 /212 1222
गीत
तेरी बेवफ़ाई का, मैं सिला वफ़ा दूंगा।
बद्दुआ मुझे देना, मैं तुझे दुआ दूंगा।
याद हैं तेरे वादे तेरी प्यार की बातें।
मुझको याद आती हैं वो हसीं मुलाकातें।।
पास है यही दौलत कैसे मैं लुटा दूंगा।……..
प्यार के परिंदे वो जिनको हम बुलाते थे।
डालते थे हम दाना प्यार से चुगाते थे।।
आज़ भी वो आते हैं कैसे मैं उड़ा दूंगा।………
तूने हाथ में अपने, मेंहदी जो रचाई है।
इसमें खून-दिल मेरा, खूब रंग लाई है।।
ख़्वाब सारे अश्कों के साथ मैं बहा दूंगा।…….
तुझको चांद तारे और(उर) कहकशां मुबारक हो।
मुझको भूलने वाले दोज़हां मुबारक हो।।
यादों से तेरी अपने दिल को मैं सजा लूंगा।।……….