Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2024 · 1 min read

“तेरी तलाश में”

“तेरी तलाश में”
तेरी तलाश में हमने दुनिया की खाक छानी है,
उम्मीद अभी जिन्दा है और आँखों में पानी है।

3 Likes · 4 Comments · 21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
NeelPadam
NeelPadam
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हे गर्भवती !
हे गर्भवती !
Akash Yadav
वचन सात फेरों का
वचन सात फेरों का
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
■ ये हैं ठेकेदार
■ ये हैं ठेकेदार
*प्रणय प्रभात*
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
SATPAL CHAUHAN
सुप्रभात प्रिय..👏👏
सुप्रभात प्रिय..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन का कोई सार न हो
जीवन का कोई सार न हो
Shweta Soni
मेरी नज्म, मेरी ग़ज़ल, यह शायरी
मेरी नज्म, मेरी ग़ज़ल, यह शायरी
VINOD CHAUHAN
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
आंतरिक विकाश कैसे लाए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
"आस्था सकारात्मक ऊर्जा है जो हमारे कर्म को बल प्रदान करती है
Godambari Negi
उफ ये सादगी तुम्हारी।
उफ ये सादगी तुम्हारी।
Taj Mohammad
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
नूरफातिमा खातून नूरी
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
किसी के इश्क़ में दिल को लुटाना अच्छा नहीं होता।
Phool gufran
******* प्रेम और दोस्ती *******
******* प्रेम और दोस्ती *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*डॉ मनमोहन शुक्ल की आशीष गजल वर्ष 1984*
*डॉ मनमोहन शुक्ल की आशीष गजल वर्ष 1984*
Ravi Prakash
రామయ్య మా రామయ్య
రామయ్య మా రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"हमदर्दी"
Dr. Kishan tandon kranti
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तुम नहीं बदले___
तुम नहीं बदले___
Rajesh vyas
लौट कर वक़्त
लौट कर वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
2713.*पूर्णिका*
2713.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेरक गीत
प्रेरक गीत
Saraswati Bajpai
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
PRATIK JANGID
A GIRL WITH BEAUTY
A GIRL WITH BEAUTY
SURYA PRAKASH SHARMA
दूरियां अब सिमटती सब जा रही है।
दूरियां अब सिमटती सब जा रही है।
surenderpal vaidya
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
बेपरवाह
बेपरवाह
Omee Bhargava
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
"साम","दाम","दंड" व् “भेद" की व्यथा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
Loading...