तेरा रुठना आज,
तेरा रूठना आज भी याद है मुझे
छोटी छोटी बातों पर झगड़ना
आज भी याद है मुझे
कैसे मै तुम्हे गिफ्ट देकर मनाया करता था
और मेरे गिफ्ट को देखकर तुम
अजीब सा मुंह बनाया करती थी
थोड़ी देर झूठी झूठी गुस्सा दिखाकर
फिर झट से मान जाया करती थी
ये सब आज भी याद है मुझें
जानता हूँ की अब तुम किसी
और ही दुनिया मे जा चुकी हो
जहाँ मेरा तुमसे और तुम्हारा मुझसे
मिलना मुमकिन नही
पर क्या करू तुम्हारी यादे
आज भी मुझे रुलाती है
करता हु जीने की कोशीश
लेकिन ये यादे मुझसे
नहीं भुलायी जाती है
तेरी हर छोटी छोटी बात
आज भी याद है मुझे
तेरी हर बात आज भी
याद है मुझें
श्री रावत,,,,