Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

तेरा – मेरा

, तेरा-मेरा
——-
जो अच्छा हो वह तो सब का ,
अगर हानि तो तेरा – मेरा !
बाप बेचारा सोच रहा है –
कौन कुसूर कहाँ था मेरा !!

सब सोये चादर फैलाकर,
ताने -बाने बुने बाप ने !
किसे सवेरे क्या-क्या चहिए-
सोच-सोच कर हुआ सवेरा !!

नींद बाप को कम आती है ,
या जगते सपने आते हैं !
बाधाएँ मजबूर बनातीं –
नभ में चित्र बनाइ चितेरा !!

मानव पर सब कुछ लागू है,
पाप-पुन्य औ लाभ-हानि सब !
कुदरत में अधिसंख्य पिता,पर-
किस ने पिता – पिता कह टेरा !!

पति औ पिता बना मानव तू ,
तू ही पुत्र पिता भी तू ही!
आज पुत्र कल पिता बनेगा –
छूट जाय,तब तेरा मेरा !!

मानव ने ही नियम बनाए ,
मानव पर ही लागू होंगे !
जब-जब जिस सीढ़ी पर तुम हो-
तुम्हीं साँझ हो तुम्हीं सवेरा !!
—————————————
आशु-चिंतन /स्वरूप दिनकर
22/12/2023
—————————————-

141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ramswaroop Dinkar
View all
You may also like:
कह दो!
कह दो!
©️ दामिनी नारायण सिंह
हमको भी ख़बर
हमको भी ख़बर
Dr fauzia Naseem shad
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
Shweta Soni
हम राज़ अपने हर किसी को  खोलते नहीं
हम राज़ अपने हर किसी को खोलते नहीं
Dr Archana Gupta
हाइकु
हाइकु
भगवती पारीक 'मनु'
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
DrLakshman Jha Parimal
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
प्रेमी से बिछोह का अर्थ ये नहीं होता कि,उससे जो प्रेम हैं
प्रेमी से बिछोह का अर्थ ये नहीं होता कि,उससे जो प्रेम हैं
पूर्वार्थ
उफ़ ये बेटियाँ
उफ़ ये बेटियाँ
SHAMA PARVEEN
* रंग गुलाल अबीर *
* रंग गुलाल अबीर *
surenderpal vaidya
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
*परिवार: नौ दोहे*
*परिवार: नौ दोहे*
Ravi Prakash
बच्चों के खुशियों के ख़ातिर भूखे पेट सोता है,
बच्चों के खुशियों के ख़ातिर भूखे पेट सोता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
मन की चुप्पी
मन की चुप्पी
Shashi Mahajan
1) आखिर क्यों ?
1) आखिर क्यों ?
पूनम झा 'प्रथमा'
2859.*पूर्णिका*
2859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अधूरी ख्वाहिशें
अधूरी ख्वाहिशें
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
गुलाब के काॅंटे
गुलाब के काॅंटे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
Vijay kumar Pandey
"ऊर्जा"
Dr. Kishan tandon kranti
मां की याद
मां की याद
Neeraj Agarwal
दूर कहीं जब मीत पुकारे
दूर कहीं जब मीत पुकारे
Mahesh Tiwari 'Ayan'
हे कृष्ण कई युग बीत गए तुम्हारे अवतरण हुए
हे कृष्ण कई युग बीत गए तुम्हारे अवतरण हुए
Saraswati Bajpai
दो सीटें ऐसी होनी चाहिए, जहाँ से भाई-बहन दोनों निर्विरोध निर
दो सीटें ऐसी होनी चाहिए, जहाँ से भाई-बहन दोनों निर्विरोध निर
*प्रणय*
हमसे ये ना पूछो कितनो से दिल लगाया है,
हमसे ये ना पूछो कितनो से दिल लगाया है,
Ravi Betulwala
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
Rj Anand Prajapati
दरमियान कुछ नहीं
दरमियान कुछ नहीं
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
माँ का प्यार
माँ का प्यार
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
Loading...