Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2024 · 1 min read

– तेरा मेरा मिलना –

तेरा मेरा मिलना –
आंखो से तीर चलाना,
मेरे दिल को घायल कर जाना,
रातों की मेरी नींदे चुराना,
दिन का मेरे चैन लूट जाना,
तेरे सिवा कोई नजर न आना,
तुझको देखने को आंखो का तरस जाना,
देखने पर ही सुकून का आना,
दीदार करके तेरा सुबह का आगाज,
देखकर तुझे ही शब हो जाना,
तेरे आंखो मे मेरा खो जाना,
कुछ इस तरह हुआ तेरा मेरा मिलना,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
49 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ लोग कहते हैं कि मुहब्बत बस एक तरफ़ से होती है,
कुछ लोग कहते हैं कि मुहब्बत बस एक तरफ़ से होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अफसोस है मैं आजाद भारत बोल रहा हूॅ॑
अफसोस है मैं आजाद भारत बोल रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मस्तमौला फ़क़ीर
मस्तमौला फ़क़ीर
Shekhar Chandra Mitra
"ईर्ष्या"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
Shweta Soni
*शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित
*शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित
Ravi Prakash
ज़िंदगी है,
ज़िंदगी है,
पूर्वार्थ
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
हीरा उन्हीं को  समझा  गया
हीरा उन्हीं को समझा गया
गुमनाम 'बाबा'
*मैं पक्षी होती
*मैं पक्षी होती
Madhu Shah
सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार।
सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार।
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन
जीवन
Santosh Shrivastava
जो भूलने बैठी तो, यादें और गहराने लगी।
जो भूलने बैठी तो, यादें और गहराने लगी।
Manisha Manjari
होलिका दहन
होलिका दहन
Bodhisatva kastooriya
दिनकर/सूर्य
दिनकर/सूर्य
Vedha Singh
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
सच का सौदा
सच का सौदा
अरशद रसूल बदायूंनी
बहुत अहमियत होती है लोगों की
बहुत अहमियत होती है लोगों की
शिव प्रताप लोधी
3086.*पूर्णिका*
3086.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सारे रिश्तों से
सारे रिश्तों से
Dr fauzia Naseem shad
खूबसूरत जिंदगी में
खूबसूरत जिंदगी में
Harminder Kaur
आत्मनिर्भर नारी
आत्मनिर्भर नारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
Mukesh Kumar Sonkar
इंसान इंसानियत को निगल गया है
इंसान इंसानियत को निगल गया है
Bhupendra Rawat
👌आह्वान👌
👌आह्वान👌
*प्रणय प्रभात*
यह मेरी इच्छा है
यह मेरी इच्छा है
gurudeenverma198
वो मुझे प्यार नही करता
वो मुझे प्यार नही करता
Swami Ganganiya
मन
मन
Punam Pande
Loading...