Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2017 · 1 min read

तेरा मेरा नूर

जब से तुम मिले हो तुम ही तुम हर जगह हो
मेरे आस पास मेरे चारो ओर हर तरफ बस तुम हो
तेरे चेहरे की लालिमा और तेरे चेहरे का ये नूर
तेरे माथे पर सजती वो बिंदिया और
उससे होता रोशन यह चंद्रमा का नूर
तेरे गालों की यह चमक से रोशन मेरा जहाँ
तेरे होंठो की मुस्कुराहट से खुश मेरी जिंदगी
और तेरे नूर से बढ़ता यू है मेरा नूर।।।

Language: Hindi
299 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
काश तुम मेरे पास होते
काश तुम मेरे पास होते
Neeraj Mishra " नीर "
3128.*पूर्णिका*
3128.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रुख़्सत
रुख़्सत
Shyam Sundar Subramanian
"स्वामी विवेकानंद"
Dr. Kishan tandon kranti
सूर्य अराधना और षष्ठी छठ पर्व के समापन पर प्रकृति रानी यह सं
सूर्य अराधना और षष्ठी छठ पर्व के समापन पर प्रकृति रानी यह सं
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
भाई
भाई
Dr.sima
.......शेखर सिंह
.......शेखर सिंह
शेखर सिंह
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
हर जमीं का आसमां होता है।
हर जमीं का आसमां होता है।
Taj Mohammad
* तुगलकी फरमान*
* तुगलकी फरमान*
Dushyant Kumar
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
#हमारे_सरोकार
#हमारे_सरोकार
*प्रणय*
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
Dr fauzia Naseem shad
सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें।
सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
12. *नारी- स्थिति*
12. *नारी- स्थिति*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
राहुल की अंतरात्मा
राहुल की अंतरात्मा
Ghanshyam Poddar
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
Dr Archana Gupta
कही दूर नहीं हो ,
कही दूर नहीं हो ,
Buddha Prakash
किताबों के भूत
किताबों के भूत
Dr. Rajeev Jain
हमारा पसंद ही तुम्हारा पसंद होता था
हमारा पसंद ही तुम्हारा पसंद होता था
Keshav kishor Kumar
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
Lokesh Sharma
कपितय देवतुल्य महामहीम  लोगो ने 'जाहिल'  मुझे नाम दे रखा है।
कपितय देवतुल्य महामहीम लोगो ने 'जाहिल' मुझे नाम दे रखा है।
Ashwini sharma
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
बाल कविता: चिड़िया आयी
बाल कविता: चिड़िया आयी
Rajesh Kumar Arjun
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
Ravi Prakash
जब प्रेम की अनुभूति होने लगे तब आप समझ जाना की आप सफलता के त
जब प्रेम की अनुभूति होने लगे तब आप समझ जाना की आप सफलता के त
Ravikesh Jha
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
Manisha Manjari
Loading...