तेरा मेरा नूर
जब से तुम मिले हो तुम ही तुम हर जगह हो
मेरे आस पास मेरे चारो ओर हर तरफ बस तुम हो
तेरे चेहरे की लालिमा और तेरे चेहरे का ये नूर
तेरे माथे पर सजती वो बिंदिया और
उससे होता रोशन यह चंद्रमा का नूर
तेरे गालों की यह चमक से रोशन मेरा जहाँ
तेरे होंठो की मुस्कुराहट से खुश मेरी जिंदगी
और तेरे नूर से बढ़ता यू है मेरा नूर।।।