तेरा नाज़ अतीत रहेगा
नयनों में अनुराग रहेगा,दिल-दिल का बन भाग रहेगा।
रोशन होंगी राहें सारी,जनमन पाक चिराग़ रहेगा।।
हाथ मिलाके चलना होगा,
छलबल से तो टलना होगा,
नव-पल्लव-सी निज छवि लेकर,
जीवन-तरु को पलना होगा,
मीठे गीतों का सार रहेगा,ये जग न बना भार रहेगा।
मस्ती होगी जब तन-मन में,ये जीवन गुलज़ार रहेगा।।
जीवन संकट आग सही पर,
जलके कुंदन राग सही पर,
धूप बहाए मीत पसीना,
भरती पुष्प पराग सही पर,
बनके तू दिलबाग रहेगा,यश का देख प्रताप रहेगा।
हर भौर लिखे एक कहानी,इतिहास बना साख रहेगा।।
छंद सरीखा जीवन होगा,
लय आएगी गायन होगा,
सुर-ताल तनाव भगाते हैं,
बरसा जैसे सावन होगा,
पग-पग करतल गीत रहेगा,हर बाजी तू जीत रहेगा।
हरदिल की धड़कन होकर तू,दावा है ये मीत रहेगा।।
नज़रों का धोखा है जीवन,
मन का भ्रम लेखा है जीवन,
समझे तो श्वेत बही कहदूँ,
हमने ही लिखना है जीवन,
होकर सबका मीत रहेगा,बनके तू दिलजीत रहेगा।
प्रीतम मौज लिए चलना तू,तेरा नाज़ अतीत रहेगा।।
–आर.एस.प्रीतम
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