Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2024 · 1 min read

तेजा दर्शन महोत्सव

हर साल आता है तेजा दर्शन महोत्सव का त्योहार,
लोगों के दिलों में आता हैं खुशियों का संचार।
तेजाजी महाराज की पूजा होती है हर वर्ष,
लोग उनकी वीरता की कथा सुनते हैं हर बरस।

घोड़ी की टाप, सिंहनाद की ध्वनि,
तेजाजी के दर्शन को लोग आतुर रहते हैं हर साल ।
उत्साह का माहौल, धूम की धुन,
तेजा दर्शन महोत्सव में लोगों के दिलों में खुशियों का संचार ,
हर घर में गूंजती है तेजाजी की महिमा की धुन।

तेजाजी महाराज की वीरता की कथा,
लोगों को साहस और बलिदान की भावना से प्रेरित करती है।
उनकी महिमा का गुणगान, उनकी पूजा का उत्सव,
लोगों के जीवन में सुख, समृद्धि का संचार उत्पन्न करती है

तेजा दर्शन महोत्सव हर साल मनाया जाता हैं,
लोगों की एकता और सामाजिक समरसता की भावना से जोड़ता है।
त्योहार लोगों की तेजाजी महाराज की वीरता और महिमा की याद दिलाता है,
और उन्हें अपने जीवन में साहस और बलिदान की भावना से प्रेरित करता है।

तेजाजी महाराज की कृपा हो,
लोगों के जीवन में सुख, समृद्धि का संचार हो।
तेजा दर्शन महोत्सव की शुभकामनाएं,
लोगों के जीवन में खुशियों और समृद्धि का संचार लाए।

अनोप भाम्बु
जोधपुर

16 Views

You may also like these posts

बिल्ली का डर
बिल्ली का डर
अरशद रसूल बदायूंनी
"कैसे कलमकार कह दूँ?"
Dr. Kishan tandon kranti
करते हैं कत्ल
करते हैं कत्ल
NAVNEET SINGH
My luck is like sand
My luck is like sand
VINOD CHAUHAN
राम नाम  हिय राख के, लायें मन विश्वास।
राम नाम हिय राख के, लायें मन विश्वास।
Vijay kumar Pandey
शब्द पिरामिड
शब्द पिरामिड
Rambali Mishra
ज़िंदगी भी क्या है?
ज़िंदगी भी क्या है?
शिवम राव मणि
कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
अंसार एटवी
मन मर्जी के गीत हैं,
मन मर्जी के गीत हैं,
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
स्वार्थी आदमी
स्वार्थी आदमी
अनिल "आदर्श"
मुक्ति
मुक्ति
Amrita Shukla
अथ ज्ञान सागर
अथ ज्ञान सागर
भूरचन्द जयपाल
#भारतीय संस्कृति से गंगा गाय और गायत्री की नालबद्धता
#भारतीय संस्कृति से गंगा गाय और गायत्री की नालबद्धता
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
SUDESH KUMAR
बेटी - एक वरदान
बेटी - एक वरदान
Savitri Dhayal
मोहब्बत का पैगाम
मोहब्बत का पैगाम
Ritu Asooja
“मिट्टी का घर”
“मिट्टी का घर”
DrLakshman Jha Parimal
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
डॉ. दीपक बवेजा
तुम ही तो हो
तुम ही तो हो
Ashish Kumar
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
Ravi Prakash
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
Sonam Puneet Dubey
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
Dr Archana Gupta
शहीदों का बलिदान
शहीदों का बलिदान
Sudhir srivastava
कविता का अर्थ
कविता का अर्थ
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
ख़बर थी अब ख़बर भी नहीं है यहां किसी को,
ख़बर थी अब ख़बर भी नहीं है यहां किसी को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भारत के युगपुरुष वाक् सिपाही - अटल बिहारी वाजपाई
भारत के युगपुरुष वाक् सिपाही - अटल बिहारी वाजपाई
Rj Anand Prajapati
*सकारात्मक सोच का जादू*
*सकारात्मक सोच का जादू*
Vaishaligoel
एक ग़ज़ल :-रूबरू खुद से हो जाए
एक ग़ज़ल :-रूबरू खुद से हो जाए
मनोज कर्ण
वो पिता है साहब , वो आंसू पीके रोता है।
वो पिता है साहब , वो आंसू पीके रोता है।
Abhishek Soni
Loading...